Dog bite के मामले देश में दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे है।

Dog bite के मामले दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे है।

जाने की कुत्ते के कटने पर तुरंत क्या करे कैसे बचे ????

जानते हैं रेबीज़ और इसके उपचार के बारे में सब कुछ।

स्ट्रीट डॉगस को लेकर अक्सर लोग सतर्क रहते हैं।

अगर फिर भी कोई स्ट्रीट डॉग काट लेता है, तो आप रेबीज़ की चपेट में आ सकते हैं। 

कुत्ता, बिल्ली, लोमड़ी और चील के काटने से हाने वाले इस रोग से शरीर में कई प्रकार के लक्षण दिखने लगते हैं। दरअसल, बढ़ती ठंड में कुत्तों के भूखे रहने और खाना ना मिल पाने के कारण कुत्ते आक्रामक हो जाते है, जो बाइटिंग का मुख्य कारण बन जाती है। इसके अलावा कुछ लोग अगर राह चलते हुए कुत्तों को छेड़ते हैं या फिर कुत्तों को आक्रमण का भय होता है, तो वो काटने के लिए दौड़ते हैं। जानते हैं रेबीज़ क्या हैं और जानवर के काटने पर क्या प्राथमिक उपचार लेना ज़रूरी है

क्या है रेबीज??

डॉगी चाहें घरेलू हो या बाहर का, उसके काटने से रेबीज़ (rabies) का जोखिम बढ़ सकता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो डोमेस्टिक और वाइल्ड डॉग के काटने से फैलती है। ये बीमारी कुत्ते के काटने, स्क्रेचिज और उसके स्लाइवा के टांसमिशन से होती है। ये एक जूनॉटिक वायरल डिज़ीज है। जो कुत्ते, बिल्ली, लोमड़ी या चील के काटने से फैलती है। कुत्ते के काटने के बाद उसके संकेत नज़र आने तक का समय 2 से 3 सप्ताह तक का होता है।

3 तरह से बाइटिंग होती है–

डॉग स्किन को लिक कर सकता है

स्किन पर खरोंच आ सकती है

डीप बाइट करना

लक्षण –

बार-बार बुखार आना

खाना खाने का मन न करना

वॉमिटिंग और डायरिया की समस्या होना

नाक का लगातार बहना और छींकना

हाथों और पैरों में स्वैलिंग का आना

बर्निंग सेंसेशन का महसूस होना


उपचार –

जख्म को क्लीन करें

कुत्ते के काटने  (Dog Bite)) के बाद तुरंत जख्मी हुई जगह को कपड़े से साफ करें।

उसके बाद 10 से 15 मिनट तक उसे एंटीसेप्टिक सोप व पानी से अच्छी तरह से धोएं, ताकि बैक्टीरियल इंफैक्शन का जोखिम कम हो पाए।

घाव को क्लीन करने के बाद उस पर एंटीसेप्टिक सॉल्यूशन को लगाएं।

अगर आपको या आपके आसपास किसी व्‍यक्‍ति को कुत्ता काट ले तो आपको निम्‍न तरीके से घाव का प्राथमिक उपचार करना चाहिए :

ब्‍लीडिंग को रोकने के लिए घाव या चोट के आसपास साफ तौलिया लगाएं।

क्षतिग्रस्‍त हिस्‍से को थोड़ा ऊपर उठाकर रखने की कोशिश करें।

साबुन और पानी से ध्‍यानपूर्वक चोट वाले हिस्‍से को साफ करें।

अगर आपके पास एंटीबायोटिक क्रीम है तो उसे चोट पर लगाएं।

अब घाव पर साफ बैंडेज लगाएं।

बैंडेज को लगा रहने दें और पीडित व्‍यक्‍ति को डॉक्‍टर के पास लेकर जाएं।

डॉक्‍टर के घाव को देखने के बाद आपको दिन में कई बार बैंडेज बदलने की जरूरत होगी।

संक्रमण के संकेत जैसे कि लालिमा, सूजन, दर्द और बुखार आदि को नजरअंदाज न करें।

अगर कुत्ते के काटने से आपके शरीर में खतरनाक बैक्‍टीरिया चला गया है तो इसका इलाज करना बहुत जरूरी है वरना जान को खतरा हो सकता है।

कुत्ते के काटने के तुरंत बाद घाव को धोना बहुत जरूरी है। चोट पर एंटीबायोटिक अवश्‍य लगाएं।

घाव को ढक कर रखें और रोज पट्टी बदलें।

इंफेक्‍शन का ध्‍यान रखें। कुत्ते के काटने के 24 घंटे से लेकर 14 दिनों के अंदर संक्रमण के लक्षण दिखने शुरू हो सकते हैं।

संक्रमण दिखने पर तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं।


सावधानी बरतें –

ध्यान रखें कि कुत्ता काटने के बाद घाव पर पट्टी नहीं बांधना चाहिए. घाव पर तेल, हल्दी या किसी घरेलू चीज को लगाने से बचें. घाव को धोने के बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

कौन सी दवाई लेना चाहिए–

रेबीज की पहली डोज ले लेनी चाहिए, भले खून न निकला हो। याद रखें रेबीज वैक्सीन लेने में कोई दिक्कत नहीं लेकिन लापरवाही करने पर जान जा सकती है। जानवरों के काटने पर झाड़-फूंक के चक्कर ने कतई न पड़ें।

कुत्तों के काटने से होने वाले घाव मामूली से लेकर जानलेवा तक हो सकते हैं और संक्रमण या दर्दनाक जटिलताओं को रोकने के लिए जल्दी इलाज करवाने की ज़रूरत है. पांच या उससे ज़्यादा सालों में टेटेनस शॉट नहीं लेने से टेटेनस का खतरा बढ़ जाता है और बूस्टर शॉट की सलाह दी जा सकती है।

Disclaimer: कोई भी दवा लेने और घरेलू उपचार करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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